Khyati Gautam

Khyati Gautam, writer

अगर मैं आज़ाद हूँ तो खुले विचारों की धनी हूँ, लोगों के पक्ष को समझने में सक्षम हूँ और अपनी बात आगे रखने पर अडिग हूँ। आज़ादी मेरे लिए एक कविताकी भांति है जिसमें कई कहानियों का आरंभ और अंत है परंतु फ़िर भी वह स्वछन्द है। मेरे लिए मेरी आज़ादी 'ना' कहने में है। जब मैं अपने मन को अपनेअनुसार नियंत्रित कर सकूँ, मैं स्वतंत्र हूँ। मेरी आज़ादी की परिधि मेरे विचारों का क्षितिज है

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